pH मान | बफर विलयन | ले शातेलिए का नियम | BEST NOTES 11TH CLASS
ले-शातेलिए का नियम ले-शातेलिए के नियम अनुसार, “यदि साम्यावस्था पर ताप, दाब, सान्द्रण, आयतन आदि का परिवर्तन किया जाये तो साम्यावस्था ऐसी दिशा में …
ले-शातेलिए का नियम ले-शातेलिए के नियम अनुसार, “यदि साम्यावस्था पर ताप, दाब, सान्द्रण, आयतन आदि का परिवर्तन किया जाये तो साम्यावस्था ऐसी दिशा में …
आयनिक साम्य सन् 1842 में फैराडे ने सभी पदार्थों को इनके जलीय विलयन में से विद्युत धारा प्रवाहित होने देने की क्षमता के आधार …
रासायनिक साम्य रासायनिक साम्य , जिसमें समय के साथ अभिकारकों एवं उत्पादों के सांद्रण में कोई परिवर्तन नहीं होता है | रासायनिक साम्य कहलाता है …
विलेयता– (1) ठोसो की द्रवों में विलेयता किसी पदार्थ की विलेयता ग्राम में ठोस की वह अधिकतम मात्रा होती है जिसे विशेष तापमान पर …
ठोसों में दोष ऐसे अनेकों क्रिस्टल हैं जो घटक कणों की व्यवस्था में परिपूर्णता की अनुपस्थिति को दर्शाते हैं उनको दोष या अपरिपूर्णतायें कहते …
मिलिकन का तेल बूंद परीक्षण – मिलिकन ने तेल बूंद विधि द्वारा इलेक्ट्रॉन पर उपस्थित ऋण आवेश का मान ज्ञात किया। प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर …
समस्थानिक खोज – ASTON एक ही तत्व के वे परमाणु जिनके द्रव्यमान अंक भिन्न होते हैं समस्थानिक कहलाते हैं। तत्व के परमाणु को उसके …
कोश या कक्षा – नाभिक के चारो ओर अनेक वृत्ताकार कक्षाएं होती हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन चक्कर लगाते हैं इनको कोश या कक्षाओं के …
उप-सहसंयोजक बंध दो परमाणुओं के मध्य बनने वाला वह बन्ध जो एक ही परमाणु द्वारा दिये गये इलेक्ट्रॉन युग्म के साझे से बनता है,उप-सहसंयोजक …
बोर्न हेबर चक्र – बन्ध लम्बाई (Bond Length) बन्ध की बन्ध लम्बाई बन्ध बनाने वाले परमाणुओं के नाभिकों के मध्य की दूरी होती है। …