समस्थानिक और समभारिक | समइलेक्ट्रॉनिक | sambharik | samasthanik

समस्थानिक 

खोज – ASTON

एक ही तत्व के वे परमाणु जिनके द्रव्यमान अंक भिन्न होते हैं समस्थानिक कहलाते हैं। तत्व के परमाणु को उसके परमाणु समस्थानिक क्रमांक से जाना जाता है। अतः किसी तत्व के समान परमाणु क्रमांक व भिन्न द्रव्यमान अंक रखने वाले परमाणु होते है |

उदाहरण के लिए हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक हैं। अत: इन तीनों समस्थानिकों के परमाणु क्रमांक समान (1) व द्रव्यमान अंक भिन्न होंगे।

1H1प्रोटियम,   2H1ड्यूटीरियम               3H1ट्राइटियम

एक तत्व के समस्थानिक परमाणु क्रमांक, प्रोटॉन संख्या, इलेक्ट्रॉन संख्या, रासायनिक गुण समान रखते हैं। ये द्रव्यमान अंक, न्यूट्रॉन संख्या तथा भौतिक गुणों में भिन्नता रखते हैं

समस्थानिकों को mass स्पेक्ट्रोमीट्री द्वारा पहचाना जाता है। टिन (Sn) के सर्वाधिक समस्थानिक ज्ञात हैं।

समभारिक (Isobars)

खोज – Steawart

विभिन्न तत्वों के वे परमाणु जिनके द्रव्यमान अंक समान होते हैं, समभारिक कहलाते हैं। तत्व भिन्न होने पर परमाणु क्रमांक भिन्न होंगे। अतः समभारिकों के द्रव्यमान अंक समान परन्तु परमाणु क्रमांक असमान होते हैं।

समभारिक परमाणु क्रमांक, प्रोटॉन संख्या, इलेक्ट्रॉन संख्या, न्यूट्रॉन संख्या तथा रासायनिक गुणों में भिन्नता रखते हैं। ये मात्र द्रव्यमान अंक समान रखते हैं। समभारिकों को उन विधियों द्वारा पृथक् कर सकते हैं जो रासायनिक गुणों पर आधारित हैं।

समइलेक्ट्रॉनिक

परमाणु अणु या आयन जिन में इलेक्ट्रॉन की संख्या समान होती है समइलेक्ट्रॉनिक कहलाते हैं |

Ex – Ne, O-2 , F

सम न्यूट्रॉनिक

दो या दो से अधिक ऐसे परमाणु जिनमें न्यूट्रॉन समान संख्या में होते हैं सम न्यूट्रॉनिक कहलाते हैं |

Ex-   14Si30,      15P31,   16S32

 

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