CHEMISTRY CLASS 11

पर्यावरण प्रदूषण एवं पर्यावरण प्रदूषक

पर्यावरण प्रदूषण एवं पर्यावरण प्रदूषक मानव के द्वारा या फिर प्राकृतिक स्त्रोत द्वारा वायु, जल या मिटटी में अवाछनीय पदार्थों का मिलान होने से पर्यावरण खराब होता है, इसे पर्यावरण प्रदूषण कहते हैं | अवांछनीय पदार्थ जो कि पर्यावरण में मिलाये जाते हैं उन्हें प्रदूषक कहते हैं। प्रदूषण के प्रमुख कारण तीव्र बढ़ती हुई आबादी, …

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मैण्डलीफ का आवर्त नियम | आधुनिक आवर्त सारणी | best notes

प्राउस्ट की संकल्पना    तत्वों के परमाणु भार हाइड्रोजन के परमाणु भार के सरल गुणांक हैं। प्राउस्ट ने डाल्टन के परमाणुवाद के सिद्धान्त और कुछ तत्वों के परमाणु भार ज्ञात होने के आधार पर यह संकल्पना दी | किन्तु यह संकल्पना अधिक समय तक मान्य नहीं हो सकी क्योंकि तत्वों के परमाणु भार पूर्ण संख्या …

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ऊष्मागतिकी प्रक्रम

ऊष्मागतिकी प्रक्रम

ऊष्मागतिकी प्रक्रम – बह क्रिया जो किसी भौतिक व रासायनिक अवस्था में ऊर्जा परिवर्तन कराती हो, ऊष्मागतिक प्रक्रम या प्रक्रिया कहलाती है। के आधार पर इन को निम्न प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है- (i)समतापी प्रक्रम (Isothermal Process)-ऐसे प्रक्रम के प्रत्येक पद में तन्त्र का तापमान स्थिर रहता है। अत: (ii) रुद्धोष्म प्रक्रम (Adiabatic Process)- …

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thermodyanamics

ऊष्मागतिकी

ऊष्मागतिकी परिभाषा – ऊष्मागतिकी वह विज्ञान है जिसके अन्तर्गत ऊष्मा परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है। रसायन विज्ञान में ऊष्मा परिवर्तनो केवल रासायनिक क्रियाओं एवं रासायनिक पदार्थों तक ही सीमित रहता है। ऊष्मागतिकी एक महत्त्वपूर्ण विषय है, जिसकी सहायता से यह बताया जा सकता है कि कोई प्रक्रम या रासायनिक अभिक्रिया दिए हए ताप,दाब व …

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आकाश लेक्चर ऑनलाइन

pH मान | बफर विलयन | ले शातेलिए का नियम | BEST NOTES 11TH CLASS

ले-शातेलिए का नियम ले-शातेलिए के नियम अनुसार, “यदि साम्यावस्था पर ताप, दाब, सान्द्रण, आयतन आदि का परिवर्तन किया जाये तो साम्यावस्था ऐसी दिशा में परिवर्तित हो जाती है जिससे किये गये परिवर्तन का प्रभाव नगण्य हो जाए। (a) सान्द्रता में परिवर्तन का प्रभाव : अभिकारकों की सान्द्रता बढ़ाने पर साम्यावस्था अग्रिम दिशा में तथा उत्पादों …

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आयनिक साम्य

आयनिक साम्य | अम्ल और क्षारक की लुईस धारणा

आयनिक साम्य सन् 1842 में फैराडे ने सभी पदार्थों को इनके जलीय विलयन में से विद्युत धारा प्रवाहित होने देने की क्षमता  के आधार पर दो वर्गों में विभाजित किया। विद्युत् अपघट्य विद्यत अनअपघट्य विद्युत् अपघट्य–  वे यौगिक जो जलीय विलयन में विद्युत् का चालन करते हैं, विद्युत् अपघट्य (electrolyte) कहलाते हैं। Ex- अकार्बनिक अम्लों, …

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रासायनिक साम्यावस्था

रासायनिक साम्य

रासायनिक साम्य  रासायनिक साम्य , जिसमें समय के साथ अभिकारकों एवं उत्पादों के सांद्रण में कोई परिवर्तन नहीं होता है | रासायनिक साम्य कहलाता है जब अग्र क्रिया  की गति पश्चक्रिया  की गति के समान हो जाती है, तो साम्य स्थापित  हो जाता है | रासायनिक अभिकिया के प्रकार- उत्क्रमणीय अभिकिया अनुत्कमणीय अभिकिया वह अभिकिया जो …

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विद्युत चुम्बकीय तरंगें

मिलिकन  का तेल बूंद परीक्षण – मिलिकन  ने तेल बूंद  विधि द्वारा इलेक्ट्रॉन पर उपस्थित ऋण आवेश का मान ज्ञात किया। प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर 1.602 x 10-19 कूलॉम का आवेश होता है तथा इसका द्रव्यमान 9.109 x 10-28 ग्राम होता है, जो कि हाइड्रोजन के परमाणु भार का  1/1837 वाँ भाग होता है। इलेक्ट्रॉन, द्रव्य …

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समस्थानिक और समभारिक | समइलेक्ट्रॉनिक | sambharik | samasthanik

समस्थानिक  खोज – ASTON एक ही तत्व के वे परमाणु जिनके द्रव्यमान अंक भिन्न होते हैं समस्थानिक कहलाते हैं। तत्व के परमाणु को उसके परमाणु समस्थानिक क्रमांक से जाना जाता है। अतः किसी तत्व के समान परमाणु क्रमांक व भिन्न द्रव्यमान अंक रखने वाले परमाणु होते है | उदाहरण के लिए हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक …

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कक्षको की आकृति

कोश या कक्षा –   नाभिक के चारो ओर अनेक वृत्ताकार कक्षाएं होती हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन चक्कर लगाते हैं इनको कोश या कक्षाओं के नाम से जाना जाता है कोश, इलेक्ट्रॉन की वृत्ताकर गति को प्रदर्शित करता है | कक्षा की खोज बोर द्वारा की गई | किसी इलेक्ट्रॉन को उसको मुख्य क्वांटम संख्या n …

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