4.10 लैन्थेनॉयड आकुंचन की तुलना में एक तत्व से दूसरे तत्व के बीच ऐक्टिनॉयड आकुंचन अधिक होता है। क्यों?
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| पाठयपुस्तक | NCERT रसायन विज्ञान कक्षा 12 |
| कक्षा | Chemistry Class 12 |
| विषय | d और f ब्लॉक के तत्व के सभी पाठ्यनिहित प्रश्न का हल देखे |
| अध्याय का नाम | d और f ब्लॉक के तत्व |
| माध्यम | हिन्दी Chemistry Ncert Solution In hindi |
| पाठ्यनिहित प्रश्न क्रमांक | 4.10 |
उत्तर- लैन्थेनॉयड आकुंचन (संकुचन) की तुलना में एक तत्व से दूसरे तत्व के बीच ऐक्टिनॉयड आकुंचन (संकुचन) अधिक होता है, क्योकि-
- एक्टिनॉइड्स में 5 f-ऑर्बिटल्स भरे होते हैं, जबकि एक्टिनॉइड्स में 4 f-ऑर्बिटल्स भरे होते हैं |
- लेकिन हशम जानते है की 5 f-ऑर्बिटल्स का 4 f-ऑर्बिटल्स (लैंथनॉइड्स में) की तुलना में कमज़ोर परिरक्षण प्रभाव होता है।
- इस प्रकार, एक्टिनॉइड्स में संयोजी कोश में इलेक्ट्रॉनों द्वारा अनुभव किया जाने वाला प्रभावी परमाणु आवेश लैंथनॉइड्स की अपेक्षा अधिक होता है। इसलिए, एक्टिनॉइड्स में आकार संकुचन लैंथनॉइड्स की तुलना में ज़्यादा होता है।
Detail Video Solution- लैन्थेनॉयड आकुंचन (संकुचन) की तुलना में एक तत्व से दूसरे तत्व के बीच ऐक्टिनॉयड आकुंचन (संकुचन) अधिक होता है। क्यों?
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लैन्थेनॉयड आकुंचन (संकुचन) की तुलना में एक तत्व से दूसरे तत्व के बीच ऐक्टिनॉयड आकुंचन (संकुचन) अधिक होता है। क्यों?
एक्टिनॉइड्स में 5 f- ऑर्बिटल्स भरे होते हैं, जबकि एक्टिनॉइड्स में 4 f-ऑर्बिटल्स भरे होते हैं |
लेकिन हशम जानते है की 5 f-ऑर्बिटल्स का 4 f-ऑर्बिटल्स (लैंथनॉइड्स में) की तुलना में कमज़ोर परिरक्षण प्रभाव होता है।

