4.6 कोई धातु अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था केवल ऑक्साइड अथवा फ्लुओराइड में ही क्यों प्रदर्शित करती है?
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| पाठयपुस्तक | NCERT रसायन विज्ञान कक्षा 12 |
| कक्षा | Chemistry Class 12 |
| विषय | d और f ब्लॉक के तत्व के सभी पाठ्यनिहित प्रश्न का हल देखे |
| अध्याय का नाम | d और f ब्लॉक के तत्व |
| माध्यम | हिन्दी Chemistry Ncert Solution In hindi |
| पाठ्यनिहित प्रश्न क्रमांक | 4.6 |
ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन तत्व धातु को अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था में पंहुचा देते है क्योंकि-
- ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन का छोटा आकार
- ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन की उच्च विद्युत ऋणात्मकता
- ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन की उच्च जालक ऊर्जा
4 अंक के लिए – कोई धातु अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था केवल ऑक्साइड अथवा फ्लुओराइड में ही क्यों प्रदर्शित करती है?
ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन तत्व धातु को अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था में पंहुचा देते है क्योंकि-
- ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन का छोटा आकार- हम जानते है कि ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन में 2 कोश होते है अर्थात इनका आकार छोटा होता है | छोटा आकर होने के कारण यह धातु को अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था में पंहुचा देते है
- ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन की उच्च विद्युत ऋणात्मकता- हम जानते है कि ऑक्सीजन अथवा फ्लुओरीन की विद्युत ऋणात्मकता उच्च होती है | विद्युत ऋणात्मकता उच्च होने के कारण ये धातुओ से जल्दी इलेक्ट्रान निकाल देते है, अर्थात उनका आक्सीकरण कर देते है | इस प्रकार धातु को अपनी उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था में पंहुचा देते है |

