July 2021

कोलॉइडी विलयन

कोलॉइडी विलयन | वास्तविक विलयन | निलम्बन | पायस

पदार्थ के कणों के आकार के आधार पर विलयनों को प्रकारों में विभाजित किया गया हैं। (1)  वास्तविक विलयन (True Solution)-एक समांगी मिश्रण होता है जिसमें विलेय पदार्थ लगभग एक-सा होता है। यह आकार लगभग 10Å (आण्विक साइज) या 10-9 m से कम  होता है। इन कणों को आँखों या सूक्ष्मदर्शी द्वारा देख नहीं सकते …

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surface chemistry

कोलॉइडी विलयन | ब्राउनी गति | हार्डी-शल्जे नियम | स्कंदन

कोलॉइडी विलयन कोलॉइडी विलयनों के गुण 1. आकार– कोलॉइडी विलयन में उपस्थित कोलॉइड के कणों का आकार 10Å से 1000Å होता है। ये कण अणुओं से बड़े, किन्तु निलम्बन से छोटे होते हैं। ये माइक्रोस्कोप में अदृश्य होते हैं तथा फिल्टर पत्र में से बाहर निकल जाते हैं। विषमांग प्रकृति– कोलॉइडी विलयन विषमांग होते हैं। …

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एन्जाइम उत्प्रेरक

एन्जाइम उत्प्रेरक

समांगी एवं विषमांगी उत्प्रेरण- (क) समांगी उत्प्रेरण­­- जब अभिकारक और उत्प्रेरक दोनों की भौतिक अवस्था एक जैसी होती है और वे समांग मिश्रण बनाते हैं, तो इसे समांगी उत्प्रेरण कहते हैं। उदाहरण-(1) निम्न अभिक्रिया में अभिकारक और उत्प्रेरक (NO) दोनों ही गैसीय अवस्था में हैं (सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने की सीस कक्ष विधि)। 2SO2  + O2       …

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उत्प्रेरक एवं प्रकार

उत्प्रेरक एवं प्रकार

उत्प्रेरक एवं प्रकार बर्जीलियस ( 1835 ) ke anusar कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं, जो स्वयं तो क्रिया में भाग नहीं लेते हैं, किन्तु वे अभिक्रिया के वेग को बढ़ा देते हैं ऐसे पदार्थ उत्प्रेरक  कहलाते  हैं  | ओस्टवाल्ड के अनसार, “वह पदार्थ जो अपनी उपस्थिति मात्र से किसी रासायनिक क्रिया के वेग को घटा …

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सतह रसायन

सतह रसायन यह रसायन शास्त्र की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत ठोसों के पृष्ठ तल (surface) के गुणों का अध्ययन किया जाता है। दो पावस्थाओं को पृथक् करने वाली परिसीमा को सतह कहते हैं। अधिशोषण और अवशोषण में अन्तर  अधिशोषण (Adsorption) अवशोषण (Absorption) 1. यह एक पृष्ठीय प्रक्रिया है। 2. द्रव या गैस की ठोस …

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ऊष्मागतिकी प्रक्रम

ऊष्मागतिकी प्रक्रम

ऊष्मागतिकी प्रक्रम – बह क्रिया जो किसी भौतिक व रासायनिक अवस्था में ऊर्जा परिवर्तन कराती हो, ऊष्मागतिक प्रक्रम या प्रक्रिया कहलाती है। के आधार पर इन को निम्न प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है- (i)समतापी प्रक्रम (Isothermal Process)-ऐसे प्रक्रम के प्रत्येक पद में तन्त्र का तापमान स्थिर रहता है। अत: (ii) रुद्धोष्म प्रक्रम (Adiabatic Process)- …

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thermodyanamics

ऊष्मागतिकी

ऊष्मागतिकी परिभाषा – ऊष्मागतिकी वह विज्ञान है जिसके अन्तर्गत ऊष्मा परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है। रसायन विज्ञान में ऊष्मा परिवर्तनो केवल रासायनिक क्रियाओं एवं रासायनिक पदार्थों तक ही सीमित रहता है। ऊष्मागतिकी एक महत्त्वपूर्ण विषय है, जिसकी सहायता से यह बताया जा सकता है कि कोई प्रक्रम या रासायनिक अभिक्रिया दिए हए ताप,दाब व …

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आकाश लेक्चर ऑनलाइन

pH मान | बफर विलयन | ले शातेलिए का नियम | BEST NOTES 11TH CLASS

ले-शातेलिए का नियम ले-शातेलिए के नियम अनुसार, “यदि साम्यावस्था पर ताप, दाब, सान्द्रण, आयतन आदि का परिवर्तन किया जाये तो साम्यावस्था ऐसी दिशा में परिवर्तित हो जाती है जिससे किये गये परिवर्तन का प्रभाव नगण्य हो जाए। (a) सान्द्रता में परिवर्तन का प्रभाव : अभिकारकों की सान्द्रता बढ़ाने पर साम्यावस्था अग्रिम दिशा में तथा उत्पादों …

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आयनिक साम्य

आयनिक साम्य | अम्ल और क्षारक की लुईस धारणा

आयनिक साम्य सन् 1842 में फैराडे ने सभी पदार्थों को इनके जलीय विलयन में से विद्युत धारा प्रवाहित होने देने की क्षमता  के आधार पर दो वर्गों में विभाजित किया। विद्युत् अपघट्य विद्यत अनअपघट्य विद्युत् अपघट्य–  वे यौगिक जो जलीय विलयन में विद्युत् का चालन करते हैं, विद्युत् अपघट्य (electrolyte) कहलाते हैं। Ex- अकार्बनिक अम्लों, …

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