आयनिक साम्य

आयनिक साम्य | अम्ल और क्षारक की लुईस धारणा

आयनिक साम्य सन् 1842 में फैराडे ने सभी पदार्थों को इनके जलीय विलयन में से विद्युत धारा प्रवाहित होने देने की क्षमता  के आधार पर दो वर्गों में विभाजित किया। विद्युत् अपघट्य विद्यत अनअपघट्य विद्युत् अपघट्य–  वे यौगिक जो जलीय विलयन में विद्युत् का चालन करते हैं, विद्युत् अपघट्य (electrolyte) कहलाते हैं। Ex- अकार्बनिक अम्लों, …

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